ख्वाहिशों को दिल में, दफन कर दिया है खुद को उसने एक, शमशां बना रखा है ख्वाहिशों को दिल में, दफन कर दिया है खुद को उसने एक, शमशां बना रखा है
तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी है, और नि तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी...
एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं। एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं।
सँजोये, बड़ा अमीर होता है ये उपेक्षित सा कोना। सँजोये, बड़ा अमीर होता है ये उपेक्षित सा कोना।
जानती हूं खो चुकी हूं तुम्हें मैं फिर भी बहुत चाहती हूं। जानती हूं खो चुकी हूं तुम्हें मैं फिर भी बहुत चाहती हूं।
मुकद्दर की किस अदालत में करें सिफारिश तुम्हारे लिए जब गुनाह भी तुम, सजा भी तुम...! मुकद्दर की किस अदालत में करें सिफारिश तुम्हारे लिए जब गुनाह भी तुम, सजा भी तु...